अमितजी, धन्यवाद। वास्तव में ये मेरी चाभियों का गुच्छा है, और ये कल ही खींची गई फोटो है। प्रभाकर जी, ये प्रतीकात्मक प्रस्तुति है। संजय जी और प्रतीक जी, आपकी टिप्पणियों के लिए धन्यवाद।
नामः राजेश कुमार
राँची में जन्मा, चेन्नई का वासी, भारत के कई और नगरों में रह चुका और पेशे से एक नामी आई टी कंपनी का नुमाइंदा। शिक्षा केंद्रीय विद्यालय हिनु (राँची) और एण्ड्रुजगंज (नई दिल्ली), बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (सिन्दरी) और आई एम टी (गाजियाबाद) में प्राप्त की। दिमागी ख्यालों से एक यात्री जो कहीं एक जगह नहीं टिकना नहीं चाहता।और आपका परिचय?
5 टिप्पणियां:
Wonderful.. Did you take that picture ?
भाई साहब । गूगल चाबी है या की-चेन । चित्र में यह की-चेन लग रहा है ।
-चित्र के माध्यम से सुंदर प्रस्तुति ।
कुंजियों का संग्राहक कहें तो ज्यादा बेहतर रहेगा.
वाक़ई गूगल दुनियावी इल्म की कुंजी है।
अमितजी, धन्यवाद। वास्तव में ये मेरी चाभियों का गुच्छा है, और ये कल ही खींची गई फोटो है।
प्रभाकर जी, ये प्रतीकात्मक प्रस्तुति है।
संजय जी और प्रतीक जी, आपकी टिप्पणियों के लिए धन्यवाद।
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