अब जर्मनी के ओलिवर विडर के भविष्य के बारे मे इस मजेदार कार्टून को देखिए। क्या हालत होगी ऐसी दुनियाँ की!
बुधवार, दिसंबर 27, 2006
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सुवर्णरेखा, गंडक, यमुना, दामोदर, नर्मदा, ब्राह्मणी, शिप्रा, कावेरी नदियों की खुशबू एक साथ़!
5 टिप्पणियां:
सही है.
:)
इसी लिए तो हम गूगलदेव के परम भक्त हैं। बोलो गुरु गूगलदेव की जय :-)
बहुत बढ़िया.. :)
समय अति बलवान है!
यह रुचियों का रुझान बाज़ार के लिये तो बहुत उपयोगी होगा .
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